‘Dum Laga Ke Haisha told me to choose content first!’ : Ayushmann Khurrana on how the film taught him the biggest lesson of his career
Young Bollywood star Ayushmann Khurrana delivered a landmark performance of his career in the unanimously lauded Dum Laga Ke Haisha (DLKH) which made a statement about the need for body positivity and told society to not colour people with stereotypes which become a hindrance for love to grow. On the 7th anniversary of the film, the poster boy of content cinema in India today, speaks about how DLKH taught him the biggest lesson of his career!
Ayushmann says, “My journey in cinema has been filled with learnings and have been lucky enough to chance upon great mentors and incredible scripts. When I debuted with Vicky Donor, I was lucky to have found someone like Shoojit Sircar who guided me and shaped me as a performer and a hero. I became an overnight star and trust me, no one can prepare you for it! You do feel slightly lost when such an overwhelming moment arrives. I have to admit that I didn’t know what hit me. I didn’t know which films to choose and which ones to avoid. I didn’t have a direction on how to handle my career.”
Ayushmann saw a lean patch after the stupendous success of Vicky Donor but he course corrected himself with Dum Laga Ke Haisha. Post the film’s massive impact, Ayushmann has never looked back and has consistently backed blockbuster social entertainers, earning him the prestigious tag of being one of the Most Influential People in the World by TIME Magazine.
Ayushmann says, “I made mistakes along the way. I told myself to pivot to focussing on doing what I came to the industry for – find compelling stories and be a part of the best content films being made by the most maverick directors. This is when Dum Laga Ke Haisha happened to me and I will be forever grateful to this film because it taught me the biggest lesson of my career – it told me to choose content first!”
He adds, “The incredible reaction to Dum Laga Ke Haisha showed me that my path in the industry was to pick the best scripts, tell the most disruptive, engaging and entertaining stories and that success will follow! I haven’t second guessed myself ever since. I know that my destiny in cinema is to dish out films that audiences have no reference point of. I have single-mindedly tried to do just that.”
Ayushmann will be seen next in films like Anubhav Sinha’s Anek, Doctor G and Aanand L. Rai produced Action Hero.
Hindi:
‘दम लगा के हईशा ने मुझसे कहा कि सबसे पहले कंटेंट को तरजीह दो!’: आयुष्मान खुराना बता रहे हैं कि इस फिल्म ने किस तरह उन्हें अपने करियर का सबसे बड़ा सबक सिखाया
युवा बॉलीवुड स्टार आयुष्मान खुराना ने एक सुर से प्रशंसित दम लगा के हईशा (डीएलकेएच) में अपने करियर का ऐतिहासिक परफॉर्मेंस दिया था। उनके इस परफॉर्मेंस ने बॉडी के पॉजिटिव रहने की जरूरत समझाई और समाज से कहा कि लोगों को स्टीरियोटाइप में न बांधा जाए, क्योंकि ये प्यार के बढ़ने में बाधक बन जाते हैं। भारत में कंटेंट सिनेमा के पोस्टर ब्वॉय बन चुके आयुष्मान इस फिल्म की 7वीं सालगिरह पर बता रहे हैं कि डीएलकेएच ने उनको अपने करियर का सबसे बड़ा सबक कैसे सिखाया!
आयुष्मान कहते हैं, “सिनेमा की मेरी यात्रा सीखों से भरी रही है और मैं काफी भाग्यशाली रहा कि मुझे महान मेंटर मिले और अद्भुत स्क्रिप्ट मेरे हाथ लगीं। जब मैंने विक्की डोनर के साथ अपना डेब्यू किया, तो शूजीत सरकार जैसे व्यक्ति से मिलना मेरा सौभाग्य ही था, जिन्होंने मेरा मार्गदर्शन किया और मुझे एक परफॉर्मर व हीरो के रूप में तराशा। मैं रातों-रात स्टार बन गया और मेरा यकीन कीजिए, इसके लिए आप तैयार नहीं रहते! जब ऐसा जबरदस्त पल आता है तो आप थोड़ा खोया हुआ महसूस करते हैं। यह स्वीकार करना पड़ेगा कि मुझे किस चीज ने हिट किया, इसका पता ही नहीं था। मुझे नहीं पता था कि कौन सी फिल्म चुननी है और कौन सी छोड़ देनी है। अपने करियर को संभालने के लिए मेरे पास कोई दिशा ही नहीं थी।”
विक्की डोनर की शानदार सफलता के बाद आयुष्मान का थोड़ा खराब समय भी चला, लेकिन दम लगा के हईशा के साथ उनकी गाड़ी पटरी पर लौट आई। इस फिल्म का अपार असर होने के बाद आयुष्मान ने कभी पीछे मुड़कर नहीं देखा और वह ब्लॉकबस्टर सोशल फिल्मों के साथ लगातार खड़े रहे, जिसकी बदौलत टाइम मैगजीन ने उन्हें दुनिया के सबसे प्रभावशाली लोगों में शामिल होने का प्रतिष्ठित तमगा प्रदान किया।
आयुष्मान मानते हैं, “इस सफर में मुझसे गलतियां भी हुई हैं। मैंने खुद को समझाया कि मैं जिस काम के लिए इस इंडस्ट्री में आया हूं, मुझे उस पर ही ध्यान केंद्रित करना चाहिए। मुझे दिलकश और दिलचस्प कहानियों की तलाश करनी चाहिए तथा सबसे आजाद ख्यालों वाले निर्देशकों द्वारा बनाई जा रही सबसे अच्छी कंटेंट फिल्मों का हिस्सा बनने की कोशिश करनी चाहिए। यह वही वक्त था जब मुझे दम लगा के हईशा फिल्म मिली।
मैं इस फिल्म का हमेशा आभारी रहूंगा क्योंकि इसने मुझे अपने करियर का सबसे बड़ा सबक सिखाया था- इसने मुझे हर चीज पर कंटेंट को तरजीह देने की बात कही!”वह आगे बताते हैं, “दम लगा के हईशा को मिले अद्भुत रिएक्शन ने मुझे दिखाया कि इंडस्ट्री में मेरा रास्ता सबसे अच्छी स्क्रिप्ट चुनने, सबसे डिसरप्टिव, दिलचस्प और मनोरंजक कहानियाँ सुनाने से होकर गुजरता था और कामयाबी अपने आप मेरा पीछा करेगी! तब से मैंने खुद के बारे में कुछ और नहीं सोचा। मुझे पता है कि ऐसी फिल्में बनाना मेरी सिनेमाई नियति है, जिनका दर्शकों के पास कोई रेफरेंस प्वाइंट मौजूद न हो। मैंने इसी एकतरफा सोच के तहत बस यही काम करने की कोशिश की है।”
आयुष्मान अगली बार अनुभव सिन्हा की अनेक, डॉक्टर जी और आनंद एल राय द्वारा निर्मित एक्शन हीरो जैसी फिल्मों में दिखाई देंगे।